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गरियाबंद जिले के 972 प्राथमिक स्कूलों में एफएलएन मेला आयोजित


 गरियाबंद जिले के 972 प्राथमिक स्कूलों में एफएलएन मेला आयोजित

गरियाबंद 15 नवम्बर 2025/ बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान को मजबूत बनाने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत 14 नवंबर को जिले की सभी 972 प्राथमिक शालाओं में एफएलएन मेला आयोजित किया गया। इस वर्ष मेले का थीम “करके देखबो, सीख के रहीबो” रखा गया, ताकि छोटे बच्चों में सीखने को अनुभव आधारित और सहज बनाया जा सके। लक्ष्य यह है कि वर्ष 2027 तक हर बच्चा भाषा और गणित की बुनियादी दक्षताओं में पूरी तरह निपुण हो सके। जिला स्तरीय आयोजन कलेक्टर श्री भगवान सिंह उइके और सीईओ जिला पंचायत श्री प्रखर चंद्राकर के मार्गदर्शन में हुआ। सभी विद्यालयों में 48 गतिविधि आधारित काउंटर लगाए गए, जिनमें गणित के 15, हिंदी के 17, अंग्रेजी के 11 और बालवाड़ी के 5 काउंटर शामिल थे। इन काउंटरों का संचालन स्वयं बच्चों ने किया और शिक्षक पूरे समय मार्गदर्शक और पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद रहे। इस बार मेले की विशेषता यह रही कि हर काउंटर पर एफएलएन के अनुरूप टीएलएम (टीचिंग लर्निंग मटेरियल) का बेहतर उपयोग देखने को मिला। बच्चों ने शब्द-पहिया, वर्ण सीढ़ी, चित्र-शब्द मिलान कार्ड, फोनेटिक फ्लैश कार्ड, जगह पहचान चार्ट, संख्या रेखा, गिनती मोती, पैटर्न ब्लॉक, ज्यामितीय आकृति सेट, जोड़-घटाव की टोकरी, स्थानिक मान की स्लाइड, लघु कहानी स्टिक कार्ड जैसे कई शिक्षण साधनों का इस्तेमाल करके अपनी समझ को मजबूत किया। ज्यादातर टीएलएम बच्चों और शिक्षकों द्वारा स्थानीय संसाधनों से तैयार किए गए थे, जिससे गतिविधियाँ और भी रोचक और सहज बन गईं। भाषा काउंटरों में ध्वनि पहचान, वाक्य निर्माण, श्रुतिलेख, कहानी क्रमबद्धता और शब्दावली बढ़ाने वाली गतिविधियाँ चलती रहीं। गणित काउंटरों पर जोड़-घटाव के खेल, आकृतियों की पहचान, माप-तौल की गतिविधियाँ, गिनती आधारित बोर्ड गेम और समस्या समाधान मॉडल बच्चों ने प्रदर्शित किए। अंग्रेजी काउंटरों पर लेटर साउंड, साईट वर्ड गेम, शब्द बनाना, और चित्र-आधारित संवाद जैसी गतिविधियाँ बच्चों ने उत्साह से संचालित कीं। बालवाड़ी काउंटरों में रंग, आकार, तुलना, मोटर स्किल और प्री-न्यूमेरसी गतिविधियों को आकर्षक टीएलएम के साथ प्रस्तुत किया गया। मेले का निरीक्षण डीईओ जगजीत सिंह धीर, डीएमसी शिवेश कुमार शुक्ला, एडीपीओ बुद्ध विलास सिंह, एपीसी विल्सन पी. थॉमस, मनोज केला, पीएमयू टाकेश्वरी, देवेंद्र सिंह और चंद्रहास साहू सहित विभिन्न विशेषज्ञों ने किया। अधिकारियों ने पीएम श्री विद्यालय, प्राथमिक शाला कोचवाय, सड़क परसुली और अन्य कई स्कूलों का भ्रमण कर बच्चों की सीखने की प्रक्रिया का अवलोकन किया। अभिभावक, एसएमसी सदस्य और बड़ी संख्या में बच्चे मेले में शामिल हुए। सभी ने बच्चों द्वारा किए गए प्रस्तुतिकरण और गतिविधि आधारित सीखने की पद्धति की सराहना की। एफएलएन मेला जिले में शिक्षण गुणवत्ता को बेहतर बनाने और बच्चों को आत्मविश्वास के साथ सीखने का अवसर देने की दिशा में एक प्रभावी पहल के रूप में सामने आया है।

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