अंतागढ़। शीतला माता मंदिरों में आगजनी की दो घटनाओं का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। मामला थाना अंतागढ़ क्षेत्र के ग्राम कानागांव एवं पेवारी के शीतला माता मंदिर से जुड़ा है, जहां अज्ञात व्यक्ति द्वारा मंदिर के अंदर रखी पूजा सामग्री में आग लगा दी गई थी।
जानकारी के अनुसार 20 दिसंबर 2025 को ग्राम कानागांव स्थित शीतला माता मंदिर में आगजनी की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामले में अपराध क्रमांक 55/2025 दर्ज कर जांच शुरू की। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ की, जिसके दौरान एक बाहरी व्यक्ति के मंदिर के आसपास संदिग्ध रूप से देखे जाने की जानकारी मिली। तब तक स्पष्ट सुराग नहीं मिला था कि 24 दिसंबर को ग्राम पेवारी स्थित शीतला माता मंदिर में भी इसी तरह आगजनी की दूसरी घटना सामने आ गई। इस मामले में भी एफआईआर क्रमांक 57/2025 दर्ज किया गया।
लगातार दो घटनाएं होने पर पुलिस अधीक्षक निखिल अशोक कुमार राखेचा के निर्देश तथा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी अंतागढ़ रमेश कुमार जायसवाल व उपनिरीक्षक आलोक सुबोध के नेतृत्व में दो विशेष टीमों का गठन किया गया। दोनों टीमों ने आसपास के गांवों में गहन पूछताछ शुरू की, जिसमें ग्रामीणों ने पूर्व घटना में संदिग्ध के हुलिए की पुष्टि की और बताया कि वही व्यक्ति 23 दिसंबर की शाम पेवारी मंदिर में भी देखा गया था।
सूचना के आधार पर आसपास के थाना क्षेत्रों को अलर्ट किया गया। लगातार तलाश के दौरान आरोपी को आमाबेड़ा थाना क्षेत्र के बड़ेपेजोंडी के पास पकड़ा गया, जिसकी पहचान पेवारी के ग्रामीणों ने भी की। पूछताछ में आरोपी ने दोनों घटनाओं में आगजनी करना स्वीकार कर लिया। आरोपी की पहचान देवधर तारम पिता नोहर सिंह तारम (उम्र 53 वर्ष), निवासी ग्राम बनगांव, थाना कोतवाली, जिला बालोद के रूप में हुई है। पर्याप्त सबूत मिलने पर पुलिस ने आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर 24 दिसंबर 2025 को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।
पुलिस ने बताया कि आगे मामले में विस्तृत जांच जारी है।
कांकेर जिला से नीलेश कौशिक

