शासकीय योजनाओं के शत्-प्रतिशत क्रियान्वयन पर दिया जोर
ऊर्जा संरक्षण सप्ताह के तहत अधिकारियों को दिलाया संकल्प
गरियाबंद 16 दिसम्बर 2025/कलेक्टर श्री बीएस उइके ने आज जिलाधिकारियों की समय-सीमा की बैठक लेकर उनके कार्यों के लिए आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने कहा कि शासन द्वारा संचालित किए गए योजनाओं का लाभ शत् प्रतिशत गाँव के अंतिम छोर तक पहूँचे। इसके लिए सभी अधिकारी सतत् रूप से मॉनिटरिंग करें। ताकि धरातल पर उसका क्रियान्यावयन पात्र हितग्राहियों को मिल सकें। उन्होंने निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए निर्धारित समय-अवधि तय की गई है, उसे जवाबदेहिता के साथ पूर्ण करें।
कलेक्टर श्री उइके ने कहा कि राज्य शासन द्वारा सभी विभागीय कार्यालयों को निर्देशित किया है कि ई-ऑफिस के माध्यम से फाईले भेजी जाएं। जिससे पारदर्शिता एवं समय की बचत होगी। कोई भी विभाग किसी भी प्रकार के आवेदनों को ऑफलाईन नहीं भेजेंगे। उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी अपने अधीनस्थ कार्यालयों को इसके बारे में अवगत कराये। कलेक्टर ने विभाग के कार्याें के प्रगति के समीक्षा के दौरान पाया कि कुछ विभागों द्वारा राज्य में बेहतर प्रगति नहीं होने पर नराजगी जाहिर की। साथ ही समय-सीमा के बैठक में बिना कारण बताए अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी-कर्मचारी विभागीय कार्यों के प्रति जिम्मेदारी एवं रूचि लेकर कार्य करें। जिससे जिले की स्थिति में और सुधार आए साथ ही उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को पोर्टल पर अपडेट करें। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि अधिकारियों के कार्यों के परफॉर्मेंस के आधार पर ही उनका सीआर लिखा जाएगा।
जिले में धान खरीदी केंद्र के लिए बनाए गए नोडल अधिकारी स्वयं खरीदी केंद्रों पर पहुँचकर भौतिक सत्यापन करें। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए जा रहे आवासों के प्रगति लाने के लिए जनपद एवं नगरीय क्षेत्रों के अधिकारी अपने-अपने प्रभाग क्षेत्र के अंतर्गत जाकर हितग्राहियों को आवास शीघ्र पूर्ण करने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने पीवीटीजी के हितग्राहियों को विभागीय योजनाओं से लाभान्वित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने रबी सीजन में किसानों को धान के बदले अन्य फसले लेने के लिए प्रेरित करने विभागीय अधिकारियों को कहा।
कलेक्टर ने समय-सीमा के बैठक के उपरांत अधिकारियों को ऊर्जा संरक्षण संकल्प दिलाया। उन्होंने बताया कि ब्यूरों ऑफ एनर्जी भारत सरकार एवं क्रेडा के तत्वाधान में ऊर्जा संरक्षण सप्ताह 14 से 20 दिसम्बर तक मनाया जा रहा है। संकल्प में कहा गया कि मैं यह शपथ लेता हु, कि मैं अपने घर और कार्यस्थल पर ऊर्जा का सदुपयोग करूँगा और किसी भी तरह की बर्बादी से बचूँगा। मै आवश्यकता न होने पर लाईट, पंखे और अन्य बिजली के उपकरण बंद रखूँगा। प्राकृतिक रोशनी का अधिकतम उपयोग करूँगा और दिन के समय अनावश्यक लाइटें नही जलाऊँगा।

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