अभियान में हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण
कलेक्टर श्री उईके ग्राम केराबाहरा और कोसमी (द) पहुंचकर आदि सेवा केंद्र में ग्रामीणों से की चर्चा
आदि कर्मयोगी अभियान के तहत सर्वे व मानचित्रण कार्य का लिया जायजा
गरियाबंद 20 सितम्बर 2025/ कलेक्टर श्री बी.एस उईके ने आज ग्राम पंचायत जोबा के आश्रित ग्राम केराबाहरा और ग्राम पंचायत कोसमी (द) का दौरा कर आदि कर्मयोगी अभियान की प्रगति का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आदि सेवा केंद्र पहुँचकर ग्रामीणों से चर्चा की और अभियान की गतिविधियों की जानकारी ली।कलेक्टर ने ग्रामीणों को कहा कि आदि कर्मयोगी अभियान वास्तव में गांव के विकास का रोडमैप है, जिसमें हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है।
उन्होंने बताया कि आदि कर्मयोगी योजना का उद्देश्य ग्रामीणों को योजनाबद्ध तरीके से सशक्त बनाना है। उन्होंने ग्रामीणों से सर्वे कार्य की प्रगति पूछी और प्रशिक्षण की उपयोगिता पर जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर ने स्वयं सर्वे प्रारूप पढ़कर ग्रामीणों को समझाया कि इसमें किन-किन जानकारियों को दर्ज करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि गांव में स्थित चीजों तथा सामुदायिक सूचनाओं को सही-सही अंकित करने से शासन की योजनाओं का अधिकतम लाभ मिलेगा।
इस दौरान कलेक्टर ने ग्रामीणों के साथ चर्चा में गांव का बनाए जाने वाले नक्शा आधारित मानचित्रण की जानकारी भी साझा की। उन्होंने बताया कि नक्शे में सड़क, पड़ोसी गांव, जंगल, नल-जल टंकी, स्कूल, आंगनबाड़ी, देव गुड़ी, नदी, अस्पताल जैसी अधोसंरचना को शामिल किया जाना है। यह नक्शा आगे गांव की विकास योजनाओं की प्राथमिकता तय करने में सहायक होगा। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर तक सर्वे पूर्ण कर लिया जाएगा। इस दौरान ग्रामीण अपनी मांग, समस्या और योजनाओं से संबंधित आवश्यक जानकारी देंगे। कलेक्टर श्री उइके ने ग्रामीणों से कहा कि सर्वे के आधार पर गांव की जरूरतें और प्राथमिकताएं तय की जाएंगी। इन प्राथमिकताओं को 2 अक्टूबर को आयोजित होने वाली ग्राम सभा में प्रस्ताव के रूप में रखा जाएगा। इसके बाद शासन स्तर पर स्वीकृति मिलने पर सुविधाओं के विस्तार की दिशा में कार्य किया जाएगा। साथ ही गांव में छोटी-छोटी तकनीकी सेवाएं देने वाले व्यक्तियों जैसे—प्लंबर, इलेक्ट्रिशियन, बधाई, मैकेनिक आदि का विवरण भी दर्ज किया जाएगा। इससे भविष्य में ग्रामीण उनकी सेवाएं शुल्क देकर आसानी से प्राप्त कर सकेंगे। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री प्रखर चंद्राकर, जनपद सीईओ गरियाबंद श्री के एस नागेश सहित ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव एवं ग्रामीणजन मौजूद रहे।
इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि इस सर्वे से हमारी जरूरतें सीधे सरकार तक पहुँचेंगी, जिससे गांव के विकास की गति तेज होगी। वहीं मानचित्र बनाने से हमें अपने गांव की वास्तविक स्थिति समझने में मदद मिलेगी और विकास की प्राथमिकता तय करने में आसानी होगी। उल्लखेनीय है कि आदि कर्मयोगी अभियान के अंतर्गत जनभागीदारी से ग्राम विज़न प्लान तैयार किए जा रहे है। जिले में आदि कर्मयोगी अभियान अंतर्गत 17 सितम्बर से 02 अक्टूबर तक आदि सेवा पर्व मनाया जा रहा है। इस अवसर पर जिले के आदिवासी बहुल चयनित गांवों में आदि सेवा केंद्रों की स्थापना की गई है। अभियान के दौरान सभी आदि ग्रामों में ट्रांजिट वॉक करते हुए नज़री नक्शा एवं ग्राम विकास योजना (वीडीपी) तैयार की जा रही है। ग्रामों का मानचित्रीकरण कर, सेवा- संकल्प-समर्पण की भावना के साथ ग्रामीणों एवं सहयोगियों को वर्ष 2030 तक अपने गांव को विकसित बनाने की कार्य योजना बनाई जा रही है। इस अभियान का उद्देश्य जनजाति बहुल ग्रामों में शासकीय योजनाओं की संपूर्णता सुनिश्चित करना है। अभियान में कर्मयोगी, कर्मसाथी, ग्राम स्तरीय समिति, विकासखंड स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स सदस्य और ग्रामीणजन शामिल हो रहे है।


