कलेक्टर श्री बी. एस. उईके ने डोंगरीगांव में नवीन जिला अस्पताल स्थल का किया निरीक्षण
100 बिस्तरों का सर्व सुविधायुक्त अस्पताल सहित 50 बिस्तरों का क्रिटिकल केयर यूनिट और 100 बिस्तरों का मातृत्व शिशु केयर यूनिट का होगा निर्माण
कलेक्टर ने सभी कार्यों को समयसीमा में गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य के साथ पूर्ण करने के दिए निर्देश
गरियाबंद 20 सितम्बर 2025/ कलेक्टर श्री बी.एस. उईके ने आज डोंगरीगांव में बनने वाले नवीन जिला अस्पताल स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण एजेंसी एवं संबंधित अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली तथा कार्य की प्रगति का जायजा लिया। नवीन जिला अस्पताल भवन 100 बिस्तरों की क्षमता वाला होगा, जो पूरे जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करेगा। इसके अलावा 100 बिस्तरों का मातृत्व शिशु केयर यूनिट का भी निर्माण किया जाएगा। वर्तमान में 50 बिस्तरों का क्रिटिकल केयर यूनिट भवन का निर्माण कार्य जारी है। कलेक्टर ने कार्य को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री उईके ने निरीक्षण के दौरान नए बनने वाले जिला अस्पताल भवन के स्थल में जाकर जगह का लेआउट एवं ड्राइंग डिजाइन का अवलोकन किया। उन्होंने भवन में सर्व सुविधा व्यवस्था को सुनिश्चित करते हुए पर्याप्त पार्किंग की भी सुचारु व्यवस्था की प्लानिंग करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री प्रखर चंद्राकर, सीएमएचओ डॉ यू एस नवरत्न सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। कलेक्टर ने सभी को मिलकर इस महत्वपूर्ण परियोजना को सफलतापूर्वक पूर्ण करने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन का यह प्रयास है कि जिले के प्रत्येक नागरिक को उच्च स्तरीय और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। आगामी समय में इस अस्पताल का निर्माण पूर्ण होने पर गरियाबंद जिला स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में नए युग की शुरुआत करेगा।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री उईके ने बनने वाले भवन की संरचना, निर्माण सामग्री की गुणवत्ता तथा कार्य की गति को भी निगरानी में रखते हुए कार्य को पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह अस्पताल जिले की जीवनरेखा साबित होगा, इसलिए निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर ने ठेकेदार एवं निर्माण एजेंसी को निर्धारित समयसीमा के भीतर गुणवत्तापूर्ण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने विशेष रूप से अस्पताल के आपातकालीन कक्ष, प्रसूति वार्ड, शिशु वार्ड, ऑपरेशन थियेटर, औषधि भंडारण कक्ष तथा अन्य आवश्यक इकाइयों की व्यवस्था को और बेहतर बनाने पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अस्पताल भवन इस प्रकार तैयार हो कि आने वाले कई वर्षों तक जिले की बढ़ती जनसंख्या की जरूरतों को पूरा कर सके। कलेक्टर श्री उईके ने निरीक्षण के दौरान यह भी कहा कि अस्पताल के निर्माण में सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। यहां मरीजों एवं परिजनों की सुविधा के लिए पर्याप्त प्रतीक्षालय, पेयजल की व्यवस्था, पार्किंग स्थल तथा दिव्यांगजन के लिए विशेष रैम्प की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही, अस्पताल परिसर में हरियाली और साफ-सफाई की व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान रखा जायेगा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से कहा कि निर्माण कार्य पूर्ण होने से पहले अस्पताल संचालन की रूपरेखा तैयार करें, ताकि भवन उपलब्ध होते ही स्वास्थ्य सेवाएं प्रारंभ की जा सकें। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस अस्पताल के प्रारंभ होने से न केवल गरियाबंद जिला मुख्यालय, बल्कि आसपास के ग्रामीण अंचलों के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

