जिला जेल में बंदियों की आयु सत्यापन प्रक्रिया का किया गया अवलोकन
December 19, 2025
जिला जेल में बंदियों की आयु सत्यापन प्रक्रिया का किया गया अवलोकनकिशोर न्याय व बाल संरक्षण से जुड़े प्रकरणों की समीक्षा की गई
गरियाबंद 19 दिसम्बर 2025/ माननीय सर्वाेच्च न्यायालय एवं राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, नई दिल्ली के निर्देशानुसार जेलों में निरुद्ध बंदियों की आयु सत्यापन प्रक्रिया के तहत शुक्रवार 19 दिसंबर को जिला जेल गरियाबंद का त्रैमासिक निरीक्षण किया गया। यह निरीक्षण दोपहर 3 बजे अधिवक्ताओं एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के पैनल की उपस्थिति में संपन्न हुआ। जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्री अशोक कुमार पाण्डेय के निर्देश तथा जिला बाल संरक्षण अधिकारी श्री अनिल द्विवेदी के मार्गदर्शन में गठित जेल निरीक्षण समिति में किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य श्रीमती पूर्णिमा तिवारी एवं श्रीमती केमेश्वरी साहू, बाल कल्याण समिति की सदस्य श्रीमती ताकेश्वरी साहू, सामाजिक कार्यकर्ता सुश्री लता नेताम तथा विधिक सह परिविक्षा अधिकारी श्री शरदचंद निषाद शामिल रहे। निरीक्षण के दौरान समिति द्वारा जिला जेल के कुल पांच बैरकों का अवलोकन किया गया। समिति ने प्रत्येक बंदी से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर उनकी वास्तविक आयु के संबंध में जानकारी ली। निरीक्षण के समय जेल में कुल 193 बंदी निरुद्ध पाए गए, जबकि 36 बंदी अपने प्रकरण की अग्रिम कार्यवाही के लिए न्यायालय गए हुए थे। निरीक्षण के दौरान तीन बंदियों ने अपनी आयु 18 वर्ष से कम होने की आशंका जताई। इस पर जेल निरीक्षण समिति द्वारा संबंधित बंदियों की जन्मतिथि का सत्यापन कर उनके प्रकरणों में आवश्यक अग्रिम कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया गया। निरीक्षण में यह भी स्पष्ट हुआ कि जेल में ऐसा कोई प्रकरण नहीं पाया गया, जिसमें निरुद्ध रहने के कारण किसी बच्चे की देखरेख करने वाला कोई उपलब्ध न हो। जेल निरीक्षण के दौरान सहायक जेल अधीक्षक श्री रवि भूआर्य, जेल मास्टर श्री कुंजलाल सिन्हा तथा जेल प्रहरी श्री नरेंद्र पटेल एवं श्री डेमू यादव का सहयोग रहा।

