राष्ट्रीय सघन पल्स पोलियो अभियान 21 दिसंबर को
22 और 23 दिसंबर को मॉप-अप दिवस में घर-घर पिलाई जाएगी पोलियो की खुराक
0 से 5 वर्ष के बच्चों की सुरक्षा हेतु व्यापक तैयारी और जागरूकता अभियान
गरियाबंद 17 दिसम्बर 2025/जिले में राष्ट्रीय सघन पल्स पोलियो अभियान के अंतर्गत राष्ट्रीय सघन पल्स पोलियो अभियान का आयोजन 21 दिसंबर 2025 को किया जाएगा, जिसमें पहले दिन बूथों पर तथा 22 से 23 दिसंबर को मॉप-अप अभियान के तहत घर-घर भ्रमण कर 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दो बूंद पिलाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि भारत को 27 मार्च 2014 को पोलियो-मुक्त प्रमाण पत्र प्राप्त होने के बाद से देश 10 वर्षों से अधिक समय से पोलियो-मुक्त है, किंतु पड़ोसी देश पाकिस्तान में 39 तथा अफगानिस्तान में 9 पोलियो के सक्रिय मामले पाए जाने से, जहां वाइल्ड पोलियो वायरस का प्रसार अब भी बच्चों को प्रभावित कर रहा है, संक्रमण का खतरा बना हुआ है। इसी को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय सघन पल्स पोलियो अभियान का आयोजन 21 दिसंबर 2025 को किया जा रहा है, जिसमें प्रथम दिवस पोलियो बूथों पर बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी तथा 22 व 23 दिसंबर 2025 को मॉप-अप अभियान के अंतर्गत घर-घर भ्रमण कर 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को पोलियो की दो बूंद खुराक स्वास्थ्य केंद्रों, आंगनबाड़ी केंद्रों एवं निकटतम पोलियो बूथों पर पिलाई जाएगी।
कलेक्टर श्री बीएस उइके की अध्यक्षता एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. युएस नवरत्न के निर्देशन में जिले के 0 से 5 वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो जैसी गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से यह अभियान संचालित किया जाएगा, जिसमें सुबह 8ः00 बजे से शाम 5ः00 बजे तक बच्चों को उनके निकटतम निर्धारित पोलियो बूथ पर दवा पिलाई जाएगी। जिले में कुल 830 पोलियो बूथों के माध्यम से 91 हजार 115 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके लिए 1 हजार 835 टीम सदस्यों का गठन किया गया है। अभियान को सफल बनाने हेतु स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के साथ-साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, कोटवार, प्रशिक्षु महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा पैरामेडिकल विद्यार्थियों की ड्यूटी लगाई गई है। पोलियो दवा की समय पर उपलब्धता एवं कार्य की प्रभावी निगरानी के लिए सभी पोलियो बूथों को सेक्टरों में विभाजित कर प्रत्येक सेक्टर के लिए एक-एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है, वहीं सभी ब्लॉकों को जोन में विभाजित कर जिला स्तर के अधिकारियों को निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पहुंच-विहीन क्षेत्रों में बच्चों को पोलियो दवा पिलाने के लिए 36 मोबाइल टीमों का गठन किया गया है तथा अभियान की व्यापक पहुंच सुनिश्चित करने हेतु ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी इलाकों में बस स्टैंड सहित अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी पोलियो बूथ बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त खदानों, ईंट-भट्टों, छात्रावासों, मदरसों एवं छूटे हुए क्षेत्रों में बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने के लिए 48 ट्रांजिट टीमों का गठन किया गया है, जबकि घर-घर दवा पिलाने हेतु 881 टीम सदस्य तैनात किए गए हैं। अभियान के दौरान जिला एवं ब्लॉक स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे, जो 24 घंटे क्रियाशील रहेंगे तथा कंट्रोल रूम में प्रत्येक दो घंटे में अभियान की प्रगति रिपोर्ट प्राप्त करने की व्यवस्था की गई है।

